मेहक

MEHAC

Mental & Emotional Health Awareness Campaign

उन लोगों तक पहुंचने और उनकी मदद करने के लिए खुद को प्रोत्साहित करने और प्रेरित करने की एक पहल जो भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक स्तर पर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं

मेहक (MEHAC)

मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य जागरूकता अभियान

(Mental & Emotional Health Awareness Campaign)

में अपने दिल के बेहद करीब कि पहल के इस विशेष पेज पर आपका स्वागत करती हूँ, जिसे हमने वर्ष 2008 में शुरू किया था |

मेहक (MEHAC) उन लोगों तक पहुंचने और उनकी मदद करने के लिए खुद को प्रोत्साहित करने और प्रेरित करने की एक पहल है जो भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक स्तर पर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं और इस भीड़-भाड़ वाली, अराजक और तेजी से भागती दुनिया में खुद को अकेला और अस्पष्ट पा रहे हैं।

यह आत्मचिंतन , समझ और अवलोकन से पैदा हुआ था कि हम में से अधिकांश लोग  मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को गंभीरता से नहीं ले रहे थे क्योंकि हमारा ज्यादा फोकस  शारीरिक स्वास्थ्य पर था  मैं देखती  हूं कि लोग शारीरिक व्यायाम, योग और अन्य बाहरी गतिविधियों पर काफी ध्यान केंद्रित करते हैं और जोर देते हैं, जैसे दौड़ना, खेलना, और खुद को फिट रखने के लिए अपने शरीर को चुनौती देना, लेकिन मानसिक और भावनात्मक लचीलापन विकसित करने पर कोई ज्यादा जोर नहीं दिया जाता है। यहां तक कि भावनात्मक स्वास्थ्य का नाम भी हम में से अधिकांश के लिए अपरिचित था।

हालांकि हम सहज रूप से जानते हैं कि भावनाएं और मानसिक स्वास्थ्य न केवल एक सार्थक और वास्तव में स्वस्थ जीवन जीने में एक बड़ी और महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, बल्कि एक समाज के रूप में भी  हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। हम आम तौर पर ऐसे लोगों को देखते हैं जो शारीरिक रूप से बहुत फिट हैं, यहां तक कि नियमित रूप से जिम जाते हैं, नियमित अंतराल पर अपना मेडिकल चेकअप करवाते हैं, और यहां तक कि उनके लिए सर्वोत्तम स्वास्थ्य सुविधाएं भी उपलब्ध हैं, अचानक गिर जाते हैं, कमजोर महसूस करते हैं  या अवसाद में चले जाते हैं और कई मामलों में आत्महत्या तक कर लेते हैं। और हम समझ सकते हैं कि उनकी इस दश का कारण उनकी शारीरिक फिटनेस से कुछ अलग रहा  रहा होगा क्यूंकी वो शारीरिक रूप से तो पूरी तरह स्वास्थ्य थे | और यहीं पर हमारी भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य की भूमिका आती है, जो बहुत भीतर कि तरफ होती है और जल्दी दिखाई नहीं देती |और जब इसके कारण होने वाला नुकसान  शारीरिक तौर पर दिखने लगता है , तो पहले से ही बहुत देर हो चुकी होती है।

जैसा कि मैं कुछ समय के लिए हृदय-केंद्रित ध्यान, अंतर्निहित व्यवहार और भावनाओं के क्षेत्र में काम कर रही थी, इस समझ और एहसास ने मुझे वह करने के लिए प्रोत्साहित किया जो मैं जनता के बीच मानसिक और भावनात्मक कल्याण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कर सकता था। और यह ‘मेहक’ (MEHAC) का जन्म था, जो मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य जागरूकता अभियान (Mental & Emotional Health Awareness Campaign) का संक्षिप्त रूप है।

खैर, यह एक आश्चर्य कि बात है कि डेढ़ दशक से अधिक समय के बाद भी मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता पर्याप्त नहीं है जैसा कि होना चाहिए | लेकिन हाल ही में महामारी के समय ने हमें एक झटका दिया है और हमें यह देखने के लिए मजबूर किया है कि हमारे अंदर क्या जमा है। वर्ष 2020 में जब महामारी फैली थी, तो हम में से अधिकांश को उन भावनात्मक रुकावटों और वास्तविकताओं का सामना करना पड़ा  जो हमारे अंदर गहराई मे छुपी थी । जैसे हमारी अपनी नकारात्मक अनसुलझी भावनाओं की वास्तविकता, मजबूत और गहरे रिश्तों को निभाने  कि हमारी अपनी कमजोरियां, या हमारे स्वयं के साथ खुशी और शांति से रहने में हमारी असमर्थता |

इसलिए आज जब यह दिन-प्रतिदिन स्पष्ट हो रहा है कि मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य उतना ही महत्वपूर्ण है या ज्यादातर मामलों में उससे भी अधिक महत्वपूर्ण है जितना कि शारीरिक स्वास्थ्य, तो  मुझे लगता है कि यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम न केवल अपने मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य और कल्याण का प्रभार लें, बल्कि दूसरों को उनके  मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य का प्रभार लेने के लिए प्रोत्साहित, प्रेरित और जागरूक करें। क्योंकि यह कुछ ऐसा है जो हमारे भीतर है और जब ये बाहर दिखने लगता है , तब बहुत देर हो चुकी होती है |

कार्यशालाओं, सेमिनारों, समूह सत्रों और व्यक्तिगत कोचिंग की मदद से, हम “मेहक” में  यह सुनिश्चित करने के लिए अपना काम कर रहें हैं कि प्रत्येक दिन, यह जानकारी और जागरूकता अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचनी चाहिए, भले ही यह एक समय में केवल एक व्यक्ति तक ही क्यूँ न पहुंचे । मैं अपने साथी यात्रियों को भी प्रोत्साहित कर रही  हूं कि वे अपनी-अपनी क्षमता में इस तरह की जागरूकता के साथ अपने परिवार, दोस्तों और परिचितों तक पहुँचने कि कोशिश करें ।

इस उम्मीद के साथ कि हम में से प्रत्येक का छोटा सा प्रयास उन सब लोगों के प्रयासों में जुड़ता है जो संबंधित क्षेत्रों में अथक प्रयास के साथ  निस्वार्थ रूप से काम कर रहे हैं, अनुसंधान कर रहे हैं, और पूरी मानवता कि  मदद करने के लिए नई खोजों  के साथ सामने आ रहे हैं। हालांकि यह एक बड़ा काम है, लेकिन मुझे लगता है कि अगर हम व्यक्तिगत रूप में एक इंसान तक पहुंचने में और उसे अपने मानसिक और भावनात्मक कल्याण का प्रभार लेने के बारे में जागरूक करने में कामयाब  हो जाते  हैं, तो यह एक बड़ा अंतर पैदा करेगा और न केवल एक जीवन को उत्साह और उमंग पुनः वापस लौटा पाएगा, बल्कि कई मामलों में जीवन बचा भी पाएगा ।

इसलिए यदि आप इसे पढ़ रहे हैं और अभी भी मेरे साथ हैं, तो मेरा आभार स्वीकार करें और मुझे आशा है कि आप न केवल अपने भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण  का प्रभार लेने के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं, वह करेंगे, बल्कि इस जागरूकता अभियान को अपने व्यक्तिगत स्तर पर, अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचा पाने के बारे में भी सोचेंगे । और इस तरह हम सभी इस कठिन समय से निपटने के लिए खुद को और दूसरों को भावनात्मक रूप से मजबूत और सद्रढ बनाने में योगदान दे सकते हैं।

मेरा आभार और शुभकामनाएं स्वीकार करें।

सम्मान

आपका सहयात्री

Meenu Sharma

मीनू शर्मा 
मुख्य प्रचारक, मेहक
सह-संस्थापक “नो योर ट्रू सेल्फ रिसर्च एकेडमी”
हार्टफुलनेस मेडिटेशन ट्रेनर

आइए उन लोगों से जुड़ें जिन्हें जुड़ने कि सबसे अधिक आवश्यकता है

यदि आप या आपका कोई प्रियजन, मित्र, सहकर्मी या परिचित अपने मानसिक या भावनात्मक स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं का सामना कर रहा है, तो इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, आइए चर्चा करें, साझा करें और बातचीत करें।

और रास्ते हैं । यह अंत नहीं है, यह एक मोड़ हो सकता है।

आइए खुले दिल से इसपर चर्चा करें, रास्ते जरूर निकलेंगे। नीचे सुझाए गए किसी भी माध्यम से आप हमसे संपर्क करें और अपने आप को अपने जीवन का उपहार पुनः प्राप्त करने का एक और सर्वोत्तम मौका दें।

 

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